Web designing क्या है? इसे कैसे सीख सकते हैं?

UI/UX DESIGNING September 18, 2023
Web designing क्या है

Web designing क्या है और एक प्रोफेशनल web designer कैसे बने? इस बारे में आपको जरूर जानना चाहिए. इंडिया में ज्यादातर लोग जॉब या तो गवर्नमेंट सेक्टर में करना पसंद करते है या फिर किसी प्राइवेट कंपनी में परन्तु आजकल इन सब से बढ़कर एक बेहतरीन विकल्प Web designing है. इस क्षेत्र में न केवल पैसा है बल्कि बहुत बड़े करियर स्कोप की संभावना भी है.

लेकिन यह राह इतनी आसान नही है क्योंकि एक web designer के पास creative skills और Technical Abilities होनी चाहिए. जिससे वह एक बेहतरीन वेबसाइट को बना पाए. तो अब सवाल यह उठता है कि Web designing सीखने की शुरुवात कैसे करी जाए. इसके लिए जरूरत है सही
guidance की जैसे एक web designer के रूप में आपको किन Language और टूल्स के इस्तेमाल को सीखना चाहिए? इसमे क्या आता है? इसके लिए कौन से कोर्स आवश्यक है.

इसके अलावा भी बहुत सी चीजें है जिनकी नॉलेज आपको होनी चाहिए. इस पोस्ट में उन सभी दिशा निर्देशो के बारे में जानकारी दी गयी है जो आपको Web designing सीखने में मदद करेगी. तो चलिए सबसे पहले जानते है डिजाइनिंग क्या है? उसके बाद बाकी चीजो को समझेंगे

Web designing क्या है ?


वेबसाइट बनाने की प्रोसेस को “Web designing” कहा जाता है. इसमे वेब पेज लेआउट content production और graphic design सहित कई चीजें आती है. इसे वेब डेवलपमेंट प्रोसेस भी कहा जा सकता है. इसके अंतर्गत वेबसाइट को अट्रैक्टिव और उपयोग करने में आसान बनाने के लिए यूजर इंटरफ़ेस और अन्य विसुअल इमेजरी जैसे फैक्टर्स पर ध्यान दिया जाता है. एक web designer किसी वेबसाइट को बिल्ड करने के लिये कई सॉफ्टवेयर टूल और लैंग्वेज का इस्तेमाल करते है.

वेबसाइट को HTML नामक मार्कअप लैंग्वेज द्वारा बनाया जाता है. इसके HTML टैग एक वेबसाइट के स्ट्रक्चर को बनाने में अहम भूमिका निभाते है. वेब-पेज के भीतर एलिमेंट लेआउट के स्वरूप को डिज़ाइन करने के लिए css का उपयोग किया जाता है. इंटरनेट पर मौजूद सभी वेब पेज HTML व css के इस्तेमाल से ही बनाये गए है. कुल मिलाकर Web designing में यह तय होता है कि कोई वेब पेज एक ब्राउज़र में कैसे दिखाई देगा.

Web designing में क्या आता है?

Web design करना - Web designing का मूलतः अर्थ वेबसाइट के निर्माण से ही है. एक web designer बहुत अट्रैक्टिव और फुल्ली फंक्शनल वेबसाइट बनाने में निपुर्ण होता है. इसके अंतर्गत आपको फ़ास्ट और रेस्पॉन्सिव वेबसाइट कैसे बनाये इस बारे में बताया जाता है.

Graphic Design - वैसे graphic design एक अलग विषय है परन्तु यह Web designing के अंतर्गत ही आता है. यह संदेशो के सवांद करने के लिए विसुअल कंटेंट बनाने का शिल्प है. विसुअल हायरार्की और पेज लेआउट तकनीक को लागू करते हुवे web designer उपयोगकर्ता की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए टाइपोग्राफी और चित्रों का उपयोग करते है साथ ही यूजर एक्सपीरियंस को अनुकूलित करने के लिये इंटरैक्टिव डिज़ाइन में एलिमेंट्स को प्रदर्शित करने के तर्क पर ध्यान केंद्रित करते है.

Page Layout Technique - एक वेबसाइट के पेज स्ट्रक्चर को आप उसकी बुनियाद भी कह सकते है. एक web designer का अहम रोल साइट स्ट्रक्चर को बेहतर बनाना होता है.Web designing के अंतर्गत वेबसाइट की पूरी संरचना को तैयार किया जाता है यह काम HTML के इस्तेमाल से होता है.

Websites का Design करना - किसी वेब पेज में टेक्स्ट कलर फॉण्ट स्टाइल कॉलम साइज साइडबार लेआउट डिज़ाइन यह सब web designer द्वारा फिक्स किये जाते है. इसमे कैस्केडिंग स्टाइल शीट (कस) का इस्तेमाल होता है. इसको HTML डॉक्यूमेंट में एम्बेडेड करके वेब-पेज के पूरे डिज़ाइन में बदलाव किया जा सकता है.

Content Production- आर्टिकल ेबूक या ब्लागस्पाट को लिखने या उसके निर्माण करने की प्रक्रिया को कंटेंट प्रोडक्शन कहा जाता है. कंटेंट के बारे में रिसर्च एनालिसिस और उसको लिखने की स्ट्रेटेजी यह सब Web designing का ही एक पार्ट है.

Site Maintenance करना -वेबसाइट के बेहतर काम करने के लिए उसकी मेंटेनेंस बहुत जरूरी है. इसीलिए Web designing के अंतर्गत साइट में होने वाली मिस्टेक्स और इश्यूज को नियमित रूप से चेक किया जाता है और उसमें होने वाली गलतियों को सुधारा जाता है.

Web Designer कैसे बने ?


कोई भी बिज़नेस चाहे वह छोटे स्तर पर हो या बड़े स्तर पर उसके लिए लोगो तक पहुचने का सबसे बड़ा तरीका ऑनलाइन मार्केटिंग है. उपयोगकर्ता किसी भी चीज को खरीदने से पहले उसके बारे में इंटरनेट पर ढूंढता है और उसके हिसाब से ही निर्णय लेता है. इसीलिए आज किसी भी कंपनी की मार्केटिंग स्ट्रेटेजी में वेब डिज़ाइन शामिल है.

एक वेबसाइट के बिना कोई भी कंपनी इस मॉडर्न वर्ड में ग्रो नही कर सकती. इसलिए आजकल web designer की मांग बहुत ज्यादा है और यह फ्यूचर में और बढ़ेगी. तो चलिए जानते है कि आप एक web designer बनने की शुरुवात कैसे कर सकते है.

Photoshop का इस्तेमाल सीखे

फोटोशॉप एक फोटो एडिटिंग इमेज क्रिएशन और graphic design सॉफ्टवेयर है. किसी भी वेबसाइट या वेब-पेज को बनाने से पहले उसके पूरे स्ट्रक्चर को कि वह कैसी दिखेगी यह सब फोटोशॉप में डिज़ाइन किया जाता है. मुख्य रूप से फोटोशॉप आपके वेब पेज का फाइनल आउटपुट दिखाता है. यह हमें एक आईडिया देता है ताकि हम अपने वेब पेज के डिज़ाइन पिक्सेल को सही बना सके.

HTML & CSS को सीखे


अगर आप Web designing में सक्सेसफुल होना चाहते है तो HTML CSS जैसी लैंग्वेज को सीखना अनिवार्य है. क्योंकि यह वेब की फॉउण्डेशनल लैंग्वेज है. HTML एक मार्कअप लैंग्वेज है जिसका उपयोग वेब पेज को विकसित करने में किया जाता है. वही CSS क्या है यह ऐसी भाषा है. जो HTML में लिखे गये दस्तावेजों की प्रस्तुति को परिभाषित करता है. अगर आप एक web designer बनना चाहते है.

तो आपके लिए HTML व CSS का ज्ञान होना बहुत जरूरी है. इसको सीखने के लिए आपको इनकी मूल बाते जाननी होगी और वेब पेज बनाने में इनका उपयोग कैसे किया जाता है. इसकी पूरी जानकारी इकट्ठा करनी होगी.

JavaScript व JQuery को सीखे.


अगर आप एक बिगिनर्स है तो यह जरूरी नही कि आप शुरुवात में JavaScript या JQuery सीखे. परन्तु यह बात आपको ध्यान में रखनी चाहिए कि एक बेहतर web designer बनने के लिए इन दोनों का आना बहुत जरूरी है.

वही JQuery एक JavaScript लाइब्रेरी है. यह बहुत लाइटवेट होती है इसको सीखने के बाद आपका जस कोड लिखने का काम बहुत कम हो जाता है. JavaScript के साथ JQuery सीखना आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा. अगर आप वेबसाइट बनाने के लिये JavaScript के साथ इसे इस्तेमाल करते है तो यह उसे बहुत आसान बना देगा.

Web designing Trend को समझिये

Web designing में एक उज्ज्वल भविष्य के लिए सिर्फ वेबसाइट बनाने से काम नही चलता बल्कि आपको बहुत अवेयर और क्रिएटिव होने की जरूरत है. कोई भी कंपनी या क्लाइंट तभी आपसे सर्विस लेंगे जब आप उनको Web designing ट्रेंड के हिसाब से वेबसाइट बनाके देंगे. कोई भी नए ट्रेंड के आते ही इसका सीधा असर Web designing के क्षेत्र में पड़ता है और उसकी मांग एकदम से बढ़ जाती है.

इसीलिए एक web designer होने के नाते आपको इसके साथ बने रहना होगा तभी आप इसमे अपनी उपस्थिति दर्ज करा पाएंगे. आप Web designing ट्रेंड को इंटरनेट के माध्यम से भी जान सकते है. कई ऐसे ब्लॉग उपलब्ध है जो आपको इनके बारे में सटीक जानकारी मुहैया कराते है. अगर चाहे तो आप किसी web designer से मदद भी ले सकते है.

Web designing Tool का इस्तेमाल सीखे

किसी भी क्षेत्र में टूल्स बहुत उपयोगी होते है क्योंकि यह हमारे कार्य को सरल कर देती है. वैसे ही Web designing में कई डिज़ाइन सॉफ्टवेयर टूल उपयोग किये जाते है. जैसे फोटोशॉप व मोखपळूस का उपयोग प्रोटोटाइप और आइकॉन डिज़ाइन में किया जाता है. एडोबी इलस्ट्रेटर एक बहुत अच्छा वेक्टर ग्राफ़िक्स प्रोसेसिंग टूल है.

जिसका उपयोग फॉण्ट डिज़ाइन प्रोडक्ट पैकेजिंग डिज़ाइन graphic design और लेआउट डिज़ाइन में किया जाता है. हालांकि अब कई वेब ब्राउज़र में वेबसाइट डिज़ाइन करना सम्भव हो सका है. परन्तु एक web designer को कई आवश्यक वेब डिज़ाइन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल सीखना चाहिए.

Web designing Process को Correct करना

जैसा मैने पहले कहा Web designing सिर्फ कोड लिखने के बारे में नही है बल्कि यह वह क्षेत्र है जहाँ आपको बहुत क्रिएटिव होकर कार्य करना पड़ता है. Web designing प्रोसेस इसका एक अहम हिस्सा है आपको Websites बनाते वक्त हर चीज के बारे में गहराई से सोचना होता है. यह ज्यादातर दोहराव वाला काम है. आप लगभग हर प्रोजेक्ट में अपने आप को वही काम करते हुवे पाएंगे.

इसीलिये वेबसाइट डिज़ाइन करते वक्त डेवलपमेंट प्रोसेस का अनुसरण करने पर आपके काम मे तेजी आ सकती है और आपके क्लाइंट को प्रोजेक्ट में आपकी भूमिका समझने में मदद मिल सकती है. इस प्रक्रिया को समझने से आप अपने कार्य को बेहतर व्यवस्थित कर पाते है जिससे किसी प्रोजेक्ट की समयरेखा को गति मिल सकती है और विकास के लिए एक स्वंतत्र व्ययसाय तैयार हो सकता है

असल मे यह एक वेब डिज़ाइन प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए शुरू से अंत तक उठाये जाने वाले कदमों की एक रूपरेखा है. इसमे कई चीजें आती है जैसे प्लानिंग डिज़ाइन इत्यादि..

Web designing tips को follow करे


किसी वेबसाइट की सफलता के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारको में एक है वेब डिज़ाइन. किसी भी वेबसाइट की विश्वनीयता को जानने के लिए सबसे पहले उपयोगकर्ता उसके डिज़ाइन को देखते है. अगर आप इसकी शुरुआत कर रहे है तो आपको कई दूसरे अनुभवी वेब देसिग्नेर्स से इसके बारे टिप्स जरूर लेनी चाहिए.

इसके ऊपर इंटरनेट पर मौजूद ब्लॉग को पढ़ना चाहिये. इस चीज पर आपको ज्यादा ध्यान देने की जरूरत इसीलिये है क्योंकि उपयोगकर्ता पर वेबसाइट का डिज़ाइन एक शक्तिशाली प्रभाव डाल सकता है. इन Web designing टिप्स का अध्ययन करने से आपको पता चलता है किस तरह से आप अपनी स्किल्स को इम्प्रूव कर सकते है.

web designer बनने के लिए Qualification

लोगो के मन मे यह सवाल अक्सर उठता है की Web designing में अपने करियर की शुरुवात करने के लिए हमारी क्वालिफिकेशन क्या होनी चाहिए. शुरुवात करने के लिए आप 10 या 10+2 pass करने के के बाद इसमे जा सकते है. अगर आप ग्रेजुएट है तो आपकी डिग्री भी आपके काम आ सकती है. इसके लिए आप अतिरिक्त डिप्लोमा कोर्स या कंप्यूटर साइंस में डिग्री भी ले सकते है.

web designer बनने के लिए आपको HTML CSS JavaScript जैसी लैंग्वेज के बारे में जानने की भी आवश्यकता है. कई सॉफ्टवेयर के उपयोग के बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए. कोडन और स्क्रिप्टिंग में ज्ञान आपको इसके क्षेत्र में एक अच्छे भविष्य की बढ़त देता है. कंप्यूटर और इंटरनेट के क्षेत्र में कुछ बेसिक नॉलेज आपको और बेनिफिट दे सकते है.

Web Designing सीखने के लिए कोर्स


web designer का कोर्स लेना बहुत ही आसान है. यह जरूरी भी है एक web designer के रूप में अपने पेशे को शुरू करने से पहले आपको इसके लिए इम्पोर्टेन्ट कोर्स लेने चाहिए. अगर आप कही से प्रशिक्षण लेते है तो आपको इसका बहुत बड़ा फायदा मिलता है. यह सिर्फ कंटेंट और इमेज को दिखाने के लिए वेब-पेज क्रिएट करने के बारे में नही है.

इसमे हमे रिक्वायरमेंट्स को समझना होता है फिर गहरे विचार अध्यन के बाद एक सही वेबसाइट की योजना बनानी होती है. यह बाकी सभी क्षेत्र की तरह ही है लेकिन दूसरे कामो के मुकाबले कही ज्यादा क्रिएटिविटी और पेशेंस मांगता है. इसको करने के कई मल्टीप्ल कोर्सेज उपलब्ध है जिनकी सूची नीचे दी गयी है.

Online Course

आज के समय मे कई ऐसे ऑनलाइन कोर्स है जिन पर आपको Web designing की पूरी जानकारी मुहैया कराई जाती है. आप ऑनलाइन टुटोरिअल फ्री एबूक्स या किसी वेबसाइट के माध्यम से भी Web designing सीख सकते है. वैसे फ्री तरीके उतने काम के नही होते क्योंकि इनमें आपको ज्यादातर जानकारी इधर - उधर से इकट्ठा करनी होती है. इसीलिए हम आपको सलाह देंगे कि आप पेड कोर्स खरीदिये.इनसे सीखने पर आपको इसके बारे में कम्पलीट गाइड मिल जाती है. इससे आपका समय भी बचता है और आप इस क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ पाते है. कुछ ऑफलाइन व ऑनलाइन वेबसाइट जहा से आप ऑनलाइन कोर्स ले सकते है.

  • Daac
  • W3school
  • Treehouse
  • Code school
  • Tutorialspoint
  • Lynda

Degree Courses

Web designing के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए इसके विभिन्न क्षेत्रों में पर्याप्त ज्ञान और अनुभव प्राप्त करना बहुत आवश्यक है. ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका किसी अच्छे वेब डिज़ाइन सोल्लगे में दाखिला लेना है. यहां से बैचलर’स डिग्री करने पर छात्र web design ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग और graphic design जैसे विषयों पर अध्ययन करते है.
इन कोर्सेज की अवधि लगभग ३ इयर्स की होती है इसमे आपको प्रारंभ में कंप्यूटर एडेड चित्र तैयार करना सिखाया जाता है. अगर आप किसी अच्छे कॉलेज से डिग्री लेते है तो आपकी प्लेसमेंट किसी अच्छी कंपनी में हो जाती है. जिससे आप बहुत अच्छी कमाई भी कर पाते है. आप इंटरनेट के माध्यम से अपने किसी नजदीकी वेब डिज़ाइन सोल्लगे का पता लगा सकते है.

Certificate Course

इन कोर्स को आप किसी भी इंस्टिट्यूट ले सकते है इनकी अवधि 6 months से लेकर 1 year तक कि हो सकती है. यहां आपको शुरुवात से वह सभी चीजें सिखाई जाती है जो एक web designer को सीखनी जरूरी है. Web designing के लिए सर्टिफिकेट कोर्स लेना काफी फायदेमंद होता है. एक तो इसमें आपका पैसा कम लगता है वही आप अपने इंटरव्यू में इस सर्टिफिकेट को दिखाकर किसी कंपनी में जॉब भी ले सकते है.
अगर आप एक फ्रीलांसर्स के रूप में कार्य करना चाहते है तो भी यह आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है. इसके साथ ही आप HTML CSS व पहप जैसी वेबसाइट कंस्ट्रक्शन लैंग्वेज के उपयोग को भी बेहतर ढंग से सीख पाते है.

Diploma Course

Web designing करने के लिए आप एक डिप्लोमा कोर्स भी ले सकते है. इसके कोर्स की अवधि 1 year से लेकर 2 year तक हो सकती है. इसको करने के लिए आपकी योग्यता कम से कम 10 या 10+2 pass होनी चाहिए. इसके अंतर्गत आपको विभिन्न सॉफ्टवेयर पर काम करने के लिए इनफार्मेशन दी जाती है जिससे आपकी वेब डिज़ाइन स्किल्स को इम्प्रूव होने में काफी सहायता मिलती है.
डिप्लोमा कोर्स में वेबसाइट डिज़ाइन कांसेप्ट HTML CSS & JavaScript साथ ही डिज़ाइन सॉफ्टवेयर जैसे विभिन्न प्रकार के पाठयक्रम शामिल होते है. वेब डिज़ाइन तकनीक में एक डिप्लोमा स्टूडेंट को वेबसाइटों को विकसित करने के लिए आवश्यक तकनीकी कौशल दिया जाता है.

India में Web Designing Course की Fees

India के अंदर बहुत सारे Web designing इंस्टिट्यूट है ऐसे में हर किसी की कोर्स फीस अलग-अलग हो सकती है. Web designing के अंदर भी कई तरह के कोर्सेज होते है इस वजह से भी उनके prices में काफी फर्क पड़ता है.

Web Design में Career/Job/Salary क्या है

Web designing एक वेबसाइट के संपूर्ण स्वरूप को बनाने की प्रक्रिया है. web designer वह होता है जो किसी वेबसाइट के बारे में सब कुछ निर्धारित करता है. यह एक तरह से किसी वेबसाइट के लेआउट कलर टेक्स्ट स्टाइल इमेज ग्राफ़िक्स और कंटेंट को व्यवस्थित करने की एक प्रक्रिया है. आज डिजिटल वर्ल्ड में किसी भी कंपनी या बिज़नेस को आगे बढ़ाने में सबसे बड़ा रोल एक वेबसाइट का है.
इसके जरिये आप लोगो को अपने बारे में बता सकते है. ऐसे समय मे जब सबके पास इंटरनेट उपलब्ध और लोग किसी भी इनफार्मेशन के लिए सर्च इंजिन्स का उपयोग करते है. तो Web designing के क्षेत्र में करियर या जॉब की बहुत बड़ी संभावना है. अगर वर्तमान के वेब देसिग्नेर्स की बात की जाए तो वह एक अच्छी खासी सैलरी पर काम कर रहे है. तो चलिए इसके बारे में थोड़ा गहराई से जानते है.

Web designing में करियर

अगर Web designing के क्षेत्र में करियर की बात की जाए तो इसका कोर्स पूरा करने के बाद आपको किसी Web designing कंपनी में आराम से नोकरी मिल सकती है. अगर आप चाहे तो खुद की एक फ्रीलान्स कंपनी भी खोल सकते है. इंडिया में हजारों ऐसी कंपनियां है जो फ्रंट एन्ड और बैक एन्ड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए web designer को हायर करती है. इसके अलावा आप खुद की एक वेबसाइट बनाकर उससे भी अच्छा खासा पैसा कमा सकते है.

Web designing के क्षेत्र में प्रमुख करियर ऑप्शन

फ्रंट एन्ड डेवलपर - इस क्षेत्र में इसे क्लाइंट साइड डेवलपमेंट के रूप में भी जाना जाता है एक वेबसाइट या एप्लिकेशन के लिए HTML CSS और JavaScript के उत्पादन का अभ्यास है ताकी एक उपयोगकर्ता सीधे उनके साथ देख और बातचीत कर सके.

बैक एन्ड डेवलपर - इसे आप एक प्रोग्रामर भी कह सकते है इसका काम वेबसाइट सॉफ्टवेयर या सूचना प्रणाली के बैक एन्ड और कोर कम्युनिकेशन लॉजिक बनाना होता है. यह ऐसे डेवलपर कॉम्पोनेन्ट और सुविधाओं को बनाता है जो अप्रत्क्षय रूप से फ्रंट एन्ड एप्लीकेशन या सिस्टम के माध्यम से उपयोगकर्ता द्वारा एक्सेस किये जाते है.

इसके अलावा इसमे graphic design लोगो डिज़ाइन मल्टीमीडिया डिज़ाइन जैसे कई और सुनहरे करियर विकल्प भी होते है. कुल मिलाकर अगर आपको इस क्षेत्र में अच्छा ज्ञान है तो आपके लिए इसमे अपार सम्भावनाए है.

Web designing के क्षेत्र में Jobs

इस क्षेत्र में जॉब ओप्पोर्तुनिटी बहुत सारी है. हर रोज नई कंपनियां खुलती है जिससे यह साफ होता है की इस क्षेत्र में जॉब के कई सारे अवसर उपलब्ध है. web designers के लिए सबसे प्रमुख नौकरी नीचे दी गयी है.

web designer इस क्षेत्र की सबसे प्रमुख नौकरी में से एक है. एक काम ऐसी वेबसाइट डिज़ाइन करना होता है जो न केवल उपयोग में आसान होती है बल्कि एक अच्छा लुक भी देती है. इसके अंतर्गत बहुत सारे कार्य आते है.

फ्रंट-एन्ड डिज़ाइनर जो HTML CSS और presentational JavaScript कोड बनाते है जिसके द्वारा एक यूजर इंटरफ़ेस तैयार किया जाता है.
उस डिज़ाइनर जो अध्यन और शोध पर ज्यादातर ध्यान केंद्रित करते है. इसके अंतर्गत यह देखा जाता है कि लोग कैसे किसी वेबसाइट का उपयोग करते है.

विसुअल डिज़ाइनर UI डिज़ाइनर जो किसी वेबसाइट के बनावट व सौंदर्य पर अधिक ध्यान देते है. इनका काम ज्यादातर डिजाइनिंग का ही होता है.

graphic designer जिसे कम्युनिकेशन डिज़ाइन के रूप में भी जाना जाता है. इनका ज्यादातर ध्यान advertisement पर केंद्रित होता है. यह दर्शको को संदेश देने के लिए विसुअल इमेज का उपयोग करते है.

web designer की सैलरी

Web designing में आपकी सैलेरी कई चीजो पर तय होती है. अगर आपने किसी अच्छे इंस्टिट्यूट से प्रशिक्षण लिया है तो कोई भी कंपनी आपको शुरुवात में अच्छी सैलेरी दे सकते है. आमतौर पर एक फ्रेशर के रूप में आपको स्टार्टिंग सैलरी 15000 से लेकर 30000 पर मंथ तक मिल जाती है. अब जैसे - जैसे इसमे आपका अनुभव बढ़ता जाता है. तो आप इसके बेस पर आपको एक्सपीरियंस सैलरी 60000 महीना तक कमा सकते है.

Web designing में सैलेरी का यह अनुपात हर जगह अलग होता है. यह पूरी तरह आपके रोल और किसी कंपनी के उप्पर निर्भर करता है हो सकता है कि आपको कही इससे ज्यादा या कम सैलेरी भी मिल सकती है. अगर आप बिल्कुल गहराई से इसके बारे में जानना चाहते है तो आप पेस्केले में हर एक डिजाइनर की एवरेज सैलरी चेक कर सकते है.

Web designing में सैलेरी का यह अनुपात हर जगह अलग होता है. यह पूरी तरह आपके रोल और किसी कंपनी के उप्पर निर्भर करता है हो सकता है कि आपको कही इससे ज्यादा या कम सैलेरी भी मिल सकती है. अगर आप बिल्कुल गहराई से इसके बारे में जानना चाहते है तो आप पेस्केले में हर एक डिजाइनर की एवरेज सैलरी चेक कर सकते है.

Web designing और Web Development में क्या अंतर है

वेब डिज़ाइन वेब पेज या पूरी वेबसाइट का निर्माण करना है.यह वेबसाइट बनाने की एक प्रोसेस है जिसके अंतर्गत प्लानिंग विर्तुअलिज़तिओन जैसी कई चीजें आती है.

वेब डेवलपमेंट में Websites के एक्चुअल इंटरफ़ेस का निर्माण किया जाता है. इस इंटरफ़ेस को HTML CSS JavaScript जैसी लैंग्वेज का उपयोग करते हुवे फ्रंट-एन्ड डेवेलपर्स द्वारा बनाया जाता है.

Web designing में आपको हटम्ल CSS और JavaScript जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखनी होती है
जब web designer वेबसाइट के डिज़ाइन को तैयार कर देते है उसके बाद वेबडेवलपर्स प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल करके वेबसाइट को कार्यशील बनाते है.

वेबसाइट के लेआउट और अन्य विसुअल एलिमेंट्स को बनाने के लिए वेब डिजाइनर एडोबी फोटोशॉप स्केच और इलस्ट्रेटर जैसे सॉफ्टवेयर टूल का प्रयोग करते है.

वेब डेवलपर अपना ध्यान कोडन के तीन क्षेत्रों क्लाइंट सर्वर और डेटाबेस में केंद्रित करते है. एक वेब डेवलपर का काम किसी वेबसाइट की अंदरूनी कामकाज को करना होता है.

web designer को हमेशा नए डिज़ाइन ट्रेंड के साथ बने रहने की आवश्यकता होती है. यह डिज़ाइन कंसिस्टेंसी बनाये रखने के लिए भी महत्वपूर्ण होता है.

वेब डेवलपमेंट में आपको पहप पाइथन स नेट और रूबी जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का ज्ञान होना चाहिए.
इसके अंतर्गत डिजाइनर को क्लाइंट के गोल्स बजट और ब्रांड पर्सनालिटी को समझना होता है. जिसके बाद इन चीजों को मैनेज करते हुवे एक वेबसाइट का निर्माण करना होता है.

फ्रंट & बैक-एन्ड डेवेलपर्स दोनों समान विकास वातावरण या एकीकृत विकास पर्यावरण (आईडीई) का उपयोग करते है. वेब डेवलपर्स सवन गीत जैसे टूल का इस्तेमाल करते है

Conclusion

तो उम्मीद है अब आप समझ गए होंगे कि Web designing क्या है (Web designing क्या है) और इस क्षेत्र में आप अपने करियर की शुरुवात कैसे कर सकते है. अगर आपने पोस्ट को ध्यान पूर्वक पढा होगा तो हमने इसके कई दूसरे पहलुवों पर भी बड़े बारीकी से नजर डाली है. देखिए अगर आप सच मे Web designing में आना चाहते है तो आपको काफी मेहनत की जरूरत है. यह सिर्फ इस बारे में नही है की आपको इसे सीखना है बल्कि इसमें आपको काफी क्रिएटिव होने की जरूरत है. अगर आप इसमे निपुर्ण हो जाते है तो यह बाकी किसी भी करियर से कई गुना ज्यादा बेहतर है यहां से आप लाखो रुपये कमा सकते है.अंत में आपसे एक निवेदन है अगर आपके ज्ञान में इस लेख को वृद्धि हुवी हो तो कृपया इसे फेसबुक और बाकी प्लेटफॉर्म पर अपने दोस्तों के साथ शेयर करे. जिससे उनके ज्ञान में भी कुछ वृद्धि हो. धन्यवाद